जिंदगी ये जिंदगी....!!!
कोशिश... जिन्दगी को लफ्जों में उतारने की...
08 July 2011
बरसात की बूँदें
बरसात की बूँदों के स्पर्श ने एहसास दिलाया
की मैं अपना बचपन दूर कहीं छोड़ आया
दिन - महीने - साल बीत चुके हैं
नहीं याद बरसात में खुद को कब भीगाया
इस भीड़ में खुद की पहचान बनाते बनाते
शायद मैं खुद को ही कहीं खो आया
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